रविवार, 20 जनवरी 2013

शिंदे का बयान अलोकतांत्रिक

letter no A-350 DATED 20-01-13 शिंदे का बयान अलोकतांत्रिक जिस हिन्दू सभ्यता और संस्कृति से पुरे विश्व को दिसा मिलती हो और जिससे विश्व बंधुत्व की अवधारणा फलित होता हो बेसक भारतीय जनता पार्टी व आर.एस.एस. उस सभ्यता और संस्कृति को धारण करती है , उसका पुरे दिल से सम्मान करती है. हम गौ माता की रक्षा , पवित्र गंगा माता की पवित्रता और भारत माता की अखंडता के लिए कृत संकल्पित हैं. हमें हिंदी , हिन्दू और हिंदुस्तान तथा हिन्दुस्तानी भोजन और भेस-भूसा भी उतना ही प्रिय है जितना किसी जीव-जंतु के लिए उनका जीवन . हम नित्य शाखा जाते हैं , ब्यायाम भी करते हैं और गौ माता का दूध अमृत-पान भी करते हैं. हम धरती माता को माता कहते है , संस्कृत में सूर्य नमस्कार करते है, अपने से छोटे बच्चों को भी, भैया जी और बहन जी कहा करते हैं इसप्रकार परम पूज्य गुरूजी के आज्ञा का अक्षरस: पालन किया करते हैं. क्या इसी को शिंदे और अय्यर आतंकवाद कहते हैं ..........? एकात्मता स्तोत्र का पाठ व राष्ट्रीय वैभव का प्रार्थना कर हम अखंड-भारत सह बिभुतियों का स्मरण व गौरव-गान करते हैं. क्या ऐसे आचरण करने बालों को हीं , शिंदे और अय्यर 'आतंकवाद' कहते हैं . पवन देवता व वरुण देवता का भी सम्मान करते हैं . अग्नि देवता और अन्न देवता को नित्य हम बखान करते हैं . क्या ऐसे आचरण करने बालों को हीं , शिंदे और अय्यर 'आतंकवाद' कहते हैं..........? भगवाधारी थे स्वामी विवेकानंद जी जिनका सम्पूर्ण राष्ट्र गौरव-गान करते हैं. उन्ही भगवा धारियों को आतंकी कह कोंग्रेशी अपमान करते हैं. गुरु रूप में भगवा-ध्वज को जो हम स्वयं सेवक अंगीकार करते हैं , एकजुटता राष्ट्र हित में अमूर्त गुरु को नेवैद करते हैं इसी भय से भयभीत कोंग्रेसी 'भगवाधारी' को , 'भगवा-आतंकवाद' कहते हैं ...? जिसकी गौरव और गाथा शाश्त्रों में मिलता हो तथा जिसकी चर्चा स्वयं स्वामी विवेकानंद शरिखे महान बिभूति भी करते नहीं थकते उस धर्म के मानने बाले राष्ट्र के सच्चे सेवक जिनको केवल अपना वतन ही प्यारा है के ऊपर देस के गृह मंत्री का इतना घटिया व तुच्छ विचार ..! हमें खेद है कि, आज स्वयं देस के गृहमंत्री शुशील कुमार सिंदे द्वारा वैसे संगठन पर आतंकवाद को प्रशिक्षण देने का आरोप लगाया जाता है और दुसरे मंत्री मणि शंकर आयर द्वारा उसका समर्थन भी किया जाता है. हमें इस बात का भी खेद है कि, देस के अन्दर और बाहर चल रहे आतंकी गति-बिधि को रोकने में पूरी तरह बिफल सोनिया और मनमोहन की इस सोच कि सरकार आखिर इस देस में कबतक चलती रहेगी ....? हमें याद है कि जब-जब इस सरकार से देस कोई जबाब चाहता मुद्दे से भटकाव का इसी तरह कोई नया चाल खेल देती है. देस में चल रहे गौरखधंधे / बिदेशों में जमा कालाधन / खेल घोटाला - कोयला घोटाला / टेलीकाम घोटाले के साथ ही सीमा पर तैनात सैनिकों के साथ पाकिस्तानी दरिंदों द्वारा की गयी बर्बर बारदात के बिरुद्ध भारतीय जनता पार्टी द्वारा मांगे गए जबाब तथा इसके बिरुद्ध त्वरित तथा ठोस कदम उठाने की मांग क्या की गयी हम (भारतीय जनता पार्टी व आर.एस.एस. के लोग ) आतंकवादी हो गए और आतंकवाद का प्रशिक्षण देने लगे . संतुलित जबाब नहीं देने तथा मुद्दे से भटकाव अथवा जबाबदेही से बचने का जो तरीका माननीय गृह मंत्री श्री शुशील कुमार सिंदे ने अपनाया है वो जितना घिनौना है उतना हीं आत्म नियंत्रण खो देने बाला भी . राष्ट्र हित को ध्यान में रखकर उन्हें अविलम्ब अपने दिए गए अलोकतांत्रिक बयान पर अपनी भूल स्वीकार करनी चाहिए !

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