सोमवार, 21 जनवरी 2013

bhagwa

एकात्मता स्तोत्र का पाठ व राष्ट्रीय वैभव का प्रार्थना कर हम अखंड-भारत सह बिभुतियों का स्मरण व गौरव-गान करते हैं. क्या ऐसे आचरण करने बालों को हीं , शिंदे और अय्यर 'आतंकवाद' कहते हैं . पवन देवता व वरुण देवता का भी सम्मान करते हैं . अग्नि देवता और अन्न देवता को नित्य हम बखान करते हैं . क्या ऐसे आचरण करने बालों को हीं , शिंदे और अय्यर 'आतंकवाद' कहते हैं..........? भगवाधारी थे स्वामी विवेकानंद जी जिनका सम्पूर्ण राष्ट्र गौरव-गान करते हैं. उन्ही भगवा धारियों को आतंकी कह कोंग्रेशी अपमान करते हैं. गुरु रूप में भगवा-ध्वज को जो हम स्वयं सेवक अंगीकार करते हैं , एकजुटता राष्ट्र हित में अमूर्त गुरु को नेवैद करते हैं इसी भय से भयभीत कोंग्रेसी 'भगवाधारी' को , 'भगवा-आतंकवाद' कहते हैं ...?

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